ऐ बन्दे !ना हिन्दू बन, ना मुस्लिम,न भ्रष्टाचार का गुलाम,बस एक इंसान बनकुछ ऐसे कर्म कर,कि खुद से कोई शर्म ना हो
बचपन का वो भी एक दौर था ,गणतंत्र में भी ख़ुशी का शौर था, ना जाने क्यूँ मैं इतना बड़ा हो गया ,इंसानियत में मज़हबी बैर हो गया!!
वीरों के बलिदान की कहानी हैं ये ,माँ के कुर्बान लालो की निशानी हैं ये, यूँ लड़ लड़ कर इसे तबाह ना करना, देश हैं कीमती, उसे धर्म के नाम पर नीलाम ना करना!!
ये आन तिरंगा है,ये शान तिरंगा है,अरमान तिरंगा है,अभिमान तिरंगा है,मेरी जान तिंरगा है!!
आजादी का जोश कभी कम न होने देंगे ,जब भी ज़रुरत पड़ेगी देश के लिए जान लुटा देंगे , क्यों की भारत हमारा देश है अब दोबारा, इस पर कोई आंच न आने देंगे!!
वतन की सर-ज़मीं से इश्क़ ओ उल्फ़त हम भी रखते हैं खटकती जो रहे दिल में वो हसरत हम भी रखते हैं गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं!