P.V. SINDHU ACTION :P.V. SINDHU एक बैडमिंटन खिलाड़ी है |पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में ब्रॉन्ज़ मेडल को जीतकर भारत के लिए एक मिसाल कायम की है |पीवी संधू ने लगातार दो बार ओलंपिक मेडल जीतकर भारत की ऐसी पहली महिला खिलाड़ी का खिताब भी पा लिया है|
कौन कौन से ब्रांड हैं इसमें शामिल ??
पी. वी. संधू ने भारतीय नियमों की पालन न करने पर 20 ब्रांड्स को कोर्ट में ले जाने की बात कही है | इनमें से 15 ब्रांडों को तो कानूनी नोटिस पहले ही भेजे जा चुके हैं | हैप्पीडेंट,यूरेका और पान बहार जैसे ब्रांड भी कोर्ट में लाए जा सकते हैं | फॉब्र्स, एचडीएफसी बैंक (HDFC BANK ), आईसीआईसीआई बैंक(ICICI BANK ) ,वोडाफ़ोन , आईडिया ,यूको बैंक ,पंजाब नेशनल बैंक ,स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ,एमजी मोटर, कोटक महिंद्रा बैंक, फिनो पेमेंट्स बैंक ,इंडियन बैंक ऑफ महाराष्ट्र और विप्रो लाइटिंग जेंट्स को तो पहले ही लीगल नोटिस भेजा जा चुका है |
क्या होगी इन ब्रांड के खिलाफ कार्यवाही
पीवी संधू इन ब्रांड्स के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने के लिए कुछ विकल्प अभी खोज रही हैं | पीवी सिंधु ने ऐसा कदम इसलिए उठाया ताकि उनकी फोटो और उनके नाम का प्रयोग मार्केटिंग उद्देश्य के लिए ना हो सके | पिछले कई सालों में ऐसा चलता आ रहा है कि कहीं ब्रांड ने मार्केटिंग के द्वारा अपनी सोशल मौजूदगी को बनाया है | इस दौरान कई बार ऐसा भी देखा जा चुका है कि ब्रांड किसी ट्रेंडिंग टॉपिक पर अपने विचार लिख देते हैं | हैप्पीडेंट, यूरेका और पान बहार आदि भी शामिल है|
भारत में क्या है नियम और कानून
सोशल मीडिया पर इस तरह के पोस्ट से आम लोगों में इस प्रकार की छवि बन जाती है कि , स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और ब्रांड के बीच में कुछ समझोता हो रखा है | सबके दिमाग में यह भी छवि बनती है कि, शायद पीवी संधू इस ब्रांड को ही प्रमोट कर रही हैं | इस तकनीक को मोमेंट मार्केटिंग कहते हैं| पहले भी इस तरह की तकनीक को बहुत से ब्रांड यूज कर चुके हैं | भारतीय नियमों के अनुसार , इस तरह किसी भी सेलिब्रिटी की इजाजत के बिना सोशल मीडिया पर पोस्ट करना अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिसेज कहा जाता है | यह लेख योग्य लोगों पर मुफ़्त शिपिंग की पेशकश करता है Face mask उत्पाद, या ऑनलाइन खरीदें और चिकित्सा विभाग में आज ही स्टोर से प्राप्त कर
सिंधु की तस्वीर का यूज़
पी वी संधू हाल ही में टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने के बाद काफी चर्चा में आ गई थी | लेकिन इस बार पीवी संधू की चर्चा की वजह इससे अलग है| पीवी संधू ने कुछ जाने-माने ब्रांड्स को कोर्ट में लाने का फैसला किया है | इन ब्रांड्स में सोशल मीडिया पर सिंधु के तस्वीर और उनके नाम का इस्तेमाल करते हुए उन्हें ओलंपिक में मेडल जीतने पर बधाई दी है | सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए इस तरह के संदेश से यह भी समझ आता है कि , ओलंपिक में सिंधु के मेडल जीतने के बदले यह ब्रांड अपनी विजिबिलिटी बढ़ाकर उसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं |
P.V. SINDHU ACTION :भारी जुर्माने का है प्रावधान
सोशल मीडिया पर किसी भी सेलिब्रिटी के नाम और उनकी तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए पोस्ट डालने को ,ग्राहकों की रुचि को प्रेरित करने के हिसाब से यह कदम उठाया गया है| अगर कोई ब्रांड किसी भी सेलिब्रिटी की फोटो उसकी बिना अनुमति के इस्तेमाल करता है तो, उस पर ₹400000 का जुर्माना भी लग सकता है | इस तरह के सोशल मीडिया पोस्ट को एशियाई के विज्ञापन दिशानिर्देशों का उल्लंघन माना जाता है |
जिस प्रकार पीवी संधू के नाम और तस्वीर का उपयोग बिना उनकी इजाजत के किया गया है उस पर पीवी संधू जी ने यह कहा कि ब्रांड के पास यह एक बहुत सही मौका है कि वह इस बारे में सावधान हो जाएं वह अपनी सोशल मीडिया प्रमोशन में किसी भी सार्वजनिक व्यक्ति का नाम या उसकी छवि का उपयोग सोच समझकर करें| एक स्पोर्ट्स मार्केटिंग एजेंसी के मुताबिक यह कहा गया है कि, पीवी संधू की अनुमति के बगैर उनकी छवि और उनका नाम इस्तेमाल करने वाले ब्रांड से 5 करोड़ रुपए के हर्जाने की मांग की है ।