हिंदी दिवस 14 सितंबर 2021 को मनाया जा रहा है। इस मौके पर हम आपको इस भाषा के बारे में कुछ ऐसी रोचक बाते बताने जा रहे हैं, जो हर भारतीय को जरूर जाननी चाहिए। इसमें ऐसी कई बातें भी हैं जो आपको एक हिंदीभाषी होने पर गर्व कराएंगी |हिंदी भाषा के बारे में 10 रोचक तथ्य
1. हिंदी 25 लाख लोगों द्वारा मूल भाषा के रूप में बोली जाती है और इसे दुनिया की चौथी सबसे बड़ी भाषा का दर्जा भी प्राप्त हो चूका है।इसके अलावा हिंदी भारत के करीब 18 करोड़ लोगों की मातृ भाषा है। करीब 30 करोड़ लोग ऐसे हैं जो हिंदी का इस्तेमाल अपनी दूसरी भाषा के रूप में करते हैं।
2.दुनिया में करीब 150 देश ऐसे हैं जहां हिंदीभाषी लोग मौजूद हैं। हिंदी की जड़ें लगभग 5,000 ईसा पूर्व से बोली जानी वाली संस्कृत भाषा के साथ जुड़ी हुई हैं।
3. हिंदी फारसी भाषा का शब्द है। हिंदी शब्द की उत्पत्ति सिन्धु (सिन्ध) से हुई है क्योंकि ईरानी भाषा में ‘स’ को ‘ह’ बोला जाता है। हिंदी शब्द सिन्धु शब्द का प्रतिरूप है।आज हम जिस भाषा को हिंदी के रूप में जानते है, वह आधुनिक आर्य भाषाओं में से एक है।हिंदी सबसे आसान भाषा में से एक है। जिसे एकदम वैसा ही पढ़ा जा सकता है जैसे वो लिखी गई है।
4. हिंदी दुनिया की ताकतवर भाषाओं में शामिल है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा तैयार पावर लैंग्वेज इंडेक्स के मुताबिक वर्ष 2050 तक हिंदी दुनिया की ताकतवर भाषाओं में से एक होगी।
5 हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। क्योंकि 1949 में इसी दिन संविधान सभा ने एक मत से यह निर्णय लिया था कि भारत की राजभाषा हिंदी और लिपि देवनागरी होगी।
6.आपको जानकर हैरानी होगी कि केंद्र और राज्य सरकारों की करीब 9 हजार वेबसाइट्स ऐसी हैं जो पहले अंग्रेजी में खुलती हैं।हिंदी भाषा के बारे में 10 रोचक तथ्य
7. एक रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय युवाओं के स्मार्टफोन में औसतन 32 एप में 8 से 9 हिंदी के हैं। भारतीय युवा यू-ट्यूब पर 93 प्रतिशत हिंदी वीडियो देखते हैं।
8. डिजिटल मीडिया में हिंदी कंटेंट की मांग करीब 94 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है। जबकि अंग्रेजी कंटेंट की मांग इससे काफी कम है।
9. राज्य स्तर की बात करें तो, हिंदी बिहार, छत्तीसगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों की आधिकारिक भाषा है।
10.वर्ष 1918 में महात्मा गांधी ने हिन्दी साहित्य सम्मेलन में हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने को कहा था। हिंदी को गांधी जी ने जनमानस की भाषा भी कहा था।